नम आखो से दी सीडीएस विपिन रावतको श्रद्धांजलि
आज एन सी सी डी ए वी कॉलेज, 54 यू पी बटालियन के 150 कैडेट्स का कैंडल मार्च चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जरनल विपिन रावत उनकी धर्म पत्नी मधुलिका रावत एवं 11 अन्य सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए निकाला गया । यह कैंडल मार्च ऐतिहासिक स्वतंत्रता संग्राम वट वृक्ष से प्रारंभ होकर मेघदूत तिराहा, फूलबाग़ चौराहा, होते हुए फूलबाग गांधी प्रतिमा पर
श्रद्धांजलि सभा में परिवर्तित हो गया।
अपने सर्वोच्च सेना कमांडर को खोने की पीड़ा सभी कैडेट्स के चेहरे पर साफ देखी जा सकती थी।
गांधी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि सभा में डी॰ए॰वी॰ कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर अरुण कुमार दीक्षित ने जनरल सर के विषय में कैडेट्स को विस्तार से बताया। उन्होंने अपने सम्बोधन मे कहा कि जरनल सर ने हमेशा से ही देश प्रेम को वरीयता दी,उनके लिये देश प्रथम था ,वे हमेशा ही देश की उन्नति एवं सैनिक कल्याण के बारे में ही सोचा करते थे। ऐसे लोग मरते नहीं हैं ,वीरगति को प्राप्त कर अमर शहीद हो जाते है।
समाज सेवी श्री ओम द्विवेदी ने बताया कि सैनिकों के अनुशासन एवं उनके राष्ट्र के प्रति समर्पण को सर्वोच्च बताया, और कहा कि यदि हम आज घरों में आराम से रह पा रहे है तो इसका कारण हमारे देश के सैनिक ही है जो जाड़ों की सर्द रात या गर्मियों की तपती लू में सरहद पर खडे रह कर हम सब की रक्षा करते हुए देश की सेवा करते हैं, ऐसे देश के सैनिकों को हम सब हृदय की गहराइयों से अभिनन्दन करते हैं,
कैंडिल मार्च एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कैप्टन डॉ0 सुनीत अवस्थी ने किया। कैप्टन सुनीत अवस्थी ने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि यह भारत की बहुत बड़ी क्षति है। जनरल विपिन रावत सर का देश प्रेम सर्व विदित रहा है। हमें उनके जीवन के प्रत्येक पल से कुछ न कुछ सीखने की ज़रूरत हैं।
इस अवसर पर श्रीकृष्ण दीक्षित बड़े ने भी सी डी, एस जनरल रावत सर को अश्रुपूरित विदाई दी। इस अवसर पर चीफ प्राक्टर डॉ0 रजत कुमार, श्री ओम द्विवेदी, डॉक्टर सुनील मिश्र, डॉ0मनोज जौहरी, डॉक्टर सुनील यादव, डॉक्टर प्रवीण कुमार, डॉक्टर सुधीर कुमार, नीरज शुक्ला, शिवराम, दिनेश कुमार,मनोज वर्मा,दयाराम आदि उपस्थित रहे।