एसएसपी देहरादून की सख्ती का असर

विकासनगर क्षेत्र में बनाएं गए चारधाम यात्रा हेतु अस्थाई चेकिंग सेंटर मैं चार धाम यात्रा में आने वाले प्रत्येक यात्री के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन चेक करने हेतु एसएसपी देहरादून द्वारा संबंधित अधिकारियों को सख़्त दिशा निर्देश दिए गए हैं। जिसके अनुपालन में कोतवाली विकास नगर क्षेत्रान्तर्गत हरबर्टपुर बस स्टेण्ड,कटापत्थर बैरियर पर दो दिन पहले चारधाम यात्रियों के ऑनलाईन रजिस्ट्रेशनों के दस्तावेजों को टूरिस्ट केयर उत्तराखंड ऐप से चैक किया गया। जिसके फलस्वरुप कुछ यात्रियों के फर्जी रजिस्ट्रेशन पाये गये। जिस पर ट्रेवल एजेंटो व फर्जी रजिस्ट्रेशन करने वालों के विरुद्ध कोतवाली विकासनगर पर अभियोग पंजीकृत किये गये थे ।
अभियोग के अनावरण हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के निर्देशानुसार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु एक टीम का गठन किया गया। जांच टीम द्वारा अभियोग में धारा 467, 468 471,120 b आईपीसी की बढ़ोतरी की गई । पुलिस टीम द्वारा हरिद्वार से 04 अभियुक्तों को नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्तगण द्वारा चार धाम यात्रियों को अपने झांसे में लेकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर यात्रियों से वसूली गई थी मोटी धनराशि।
विवरण गिरफ्तार अभियुक्तगण
01- ऋषभ गुलाटी पुत्र विनय गुलाटी उम्र 29 वर्ष निवासी भैरो मन्दिर कॉलोनी कनखल हरिद्वार।( गंगा टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसी हरिद्वार)
संबंधित मु0अ0स0 177/24 धारा 420,467,468,471 आईपीसी
02-आशुतोष पुत्र नत्थु राम निवासी कनखल हरिद्वार उम्र 36 वर्ष,
03-भुपेश शर्मा पुत्र बलराम शर्मा निवासी भारतमाता पुरम भुपतवाला हरिद्वार उम्र- 47 वर्ष,
04- नीरज कुमार पुत्र श्री रोशन लाल तनेजा निवासी मुख्य गली भुपतवाला हरिद्वार उम्र 42 वर्ष
( उपरोक्त तीनों संचालक/ एजेंट पूर्णा ट्रैवल एजेंसी हरिद्बार)
तीनों संबंधित मु0अ0स0 179/24 धारा 420,468,467,471,120B आईपीसी
बरामदगी माल
01 लैपटॉप एचपी कंपनी
01 मोबाइल फोन विवो कंपनी
अपराध का तरीका।
-अभियुक्तों द्वारा गुजरात के 27 यात्रियों को चारधाम यात्रा का व भीलवाड़ा राजस्थान के 22 यात्रीयो को बद्रीनाथ हेमकुंड साहिब की यात्रा का उत्तराखंड टूरिस्ट डेवलपमेंट बोर्ड साइट से फर्जी रजिस्ट्रेशन बनाकर एक ही क्यूआर कोड का इस्तेमाल कर CUT COPY PASTE के जरिए फर्जी क्यूआर code डाल कर रजिस्ट्शन स्लिप दी गई व रजिस्ट्रेशन स्लीप में यात्रा की फर्जी दिनांक अंकित की गई जिसे यात्रियों द्वारा रजिस्ट्शन स्लीप को असली मान कर यात्रा शुरू की गई।