चुनाव को लेकर दिलचस्पी भाजपा किसको मैदान में उतारेगी
इंदौर के महापौर चुनाव को लेकर अभी सभी की दिलचस्पी इसमें है कि भाजपा किसको मैदान में उतारेगी। हकीकत यह है कि कांग्रेस से विधायक संजय शुक्ला को प्रत्याशी बनाने के बाद भाजपा के लिए प्रत्याशी चयन उतना आसान नहीं रह गया है।
कहने वाले कह सकते हैं कि कांग्रेस ने तो कुछ माह पहले ही संजय शुक्ला को प्रत्याशी घोषित कर अपने पत्ते खोल दिए थे तो भाजपा को उनका तोड़ तभी ढूंढ लेना था। बात सही है, लेकिन तब भाजपा कुछ करती उसके पहले ही चुनाव की बात टल गई थी। फिर अब यह हुआ है कि चुनाव के लिए भाजपा की ओर से कुछ नयी गाइड लाइन्स की चर्चा है। चर्चा है कि पार्टी किसी विधायक को महापौर का चुनाव नहीं लड़ाएगी और न किसी नेता के परिजन को टिकट देगी। इसके अलावा उम्र की सीमा भी तय की गई है। हालांकि अभी अधिकृत रूप से इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं है। जो हो।
अब चुनाव का पूरा कार्यक्रम सामने आ गया है और भाजपा ने टिकट वितरण को लेकर जो भी नीति बनाई है उसका आगामी कुछ दिनों में खुलासा हो जाएगा। अलबत्ता महापौर के टिकट की जहां तक बात है तो कांग्रेस से संजय शुक्ल की उम्मीदवारी के बाद भाजपा के लिए उम्मीदवार का चयन आसान नहीं रह गया है। खासकर उस सूरत में जबकि किसी विधायक को महापौर का चुनाव नहीं लड़ाने की बात है। ऐसे में विधायक रमेश मेंदोला और मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड़ आदि इस दौड़ से स्वतः बाहर हो जाते हैं। बहरहाल सूत्रों का कहना है कि भाजपा ने एक सर्वे शुरू किया है। इसमें भाजपा के बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं से लेकर सक्रिय सदस्यों और अन्य लोगों से उनकी पसंद के वो तीन नाम बताने को कहा जा रहा है, जिन्हें वो इंदौर में महापौर का चुनाव लड़ने के लिए योग्य मानते हैं। सूत्रों के अनुसार भाजपा के प्रदेश कार्यालय से इस बारे में इंदौर के अनेक लोगों को फोन आये हैं और उनसे तीन नाम मांगे गए। इंदौर के भाजपा के कुछ सदस्यों ने इस नाचीज से ऐसे फोन आने की पुष्टि की है।