मुझे नेतागिरी नहीं आती पर सेना के अनुभवों ने विपरीत हालातों में निर्णय लेना सिखाया: कोठियाल

लैंसडाउन विधानसभा पहुंची आप की रोजगार गारंटी यात्रा

संवाददाता

लैंसडाउन, 11 नवंबर।

आज आम आदमी पार्टी की रोजगार गारंटी यात्रा कोटद्वार के बाद लैंसडाउन विधानसभा पहुंचने के बाद कर्नल अजय कोठियाल ने जयहरीखाल में पदयात्रा निकाली। जहां उनका आप कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया

इस पदयात्रा के दौरान लोगों ने कर्नल को हाथों हाथ लेते हुए उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने बड़े बुजुर्गों से बातचीत करते हुए उनका हाल चाल जाना जिससे प्रभावित बुजुर्गों ने कर्नल कोठियाल को गले लगाकर विजयश्री का आशिर्वाद दिया। कर्नल कोठियाल ने स्थानीय दुकानदारों और व्यापारियों के आर्थिक हालातों का जायजा भी लिया, और आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर वहां के क्षेत्रीय लोगों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। वहीं दूसरी ओर कर्नल कोठियाल को राजनैतिक मैदान में उतरा देख, पहाड़ी युवा भी आज खासे उत्साहित नजर आ रहे थे।  कर्नल कोठियाल ने इस दौरान कई युवाओं को यूथ फाउंडेशन के माध्यम से देशसेवा में जाने के लिए प्रेरित किया और उन्हें सेना में भर्ती होने के लिए कहा। जिस पर कई स्थानीय युवाओं ने अपनी सहमति जताई। इसके बाद उनका काफिला यहां से निकलकर रिखणीखाल पहुंचा ,जहां जनता उनका पहले से ही इंतजार कर रही थी ,और वहां पहुंचते ही उनका बहुत ही गर्मजोशी से स्वागत किया गया । इसके बाद  उन्होंने रोजगार अधिकार सभा में विशाल जनता को संबोधित करते हुए कहा,मैंने भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दी हैं और सेना में जाने का जज्बा और दुश्मनों से लडने का जज्बा क्या होता है मैं जानता हूं।

उन्होंने बाबा जसवंत सिंह रावत की बहादुरी का जिक्र करते हुए कहा कि, बाबा जसंवत को कौन नहीं जानता। यहां से कुछ ही दूरी पर बाबा जसवंत सिंह का घर है, मुझे पता है उनका बैच नंबर 4039009 है। उन्होंने आगे कहा कि, नूरा नांग की लडाई में चाइना से लोहा लेते हुए हमारे कई जवान शहीद हो गए थे लेकिन चीनी सैनिक उस वक्त दंग रह गए ,जब उन्होंने बाबा जसंवत का अदम्य साहस देखा।  उन्होंने अपनी शहादत देते हुए चीनी सैनिकों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। उसी पल्टन 4 गढ़वाल का मैं हिस्सा रहा और सेकंड लेफ्टिनेंट, लेफ्टिनेंट, मेजर, एलटी कर्नल और कर्नल तक के पद पर पहुंचा, और कई बड़े युद्ध लड़ते हुए कीर्ति चक्र, शौर्य चक्र, सेना मेडल का सम्मान प्राप्त किया।

उन्होनें आगे कहा कि, मुझे नेतागिरी नहीं आती, पर मुझे सेना के अनुभवों ने विपरीत हालातों में निर्णय लेना सिखाया है। कहा कि आप पार्टी को बने 9 साल हुए हैं ,लेकिन इन 9 सालों में लगातार जनता ने दिल्ली में उन्हें आशीर्वाद दिया है ,और अब बारी उत्तराखंड की है । यहां की जनता को दोनों ही दलों ने बारी बारी ठगने का काम किया है ,और अब जनता इस झांसे में नहीं आने वाली। आप की सरकार बनने पर जनता से किया हर वादा पूरा होगा और हर घर में युवा को रोजगार जरुर मिलेगा। कहा कि केदार आपदा में कुछ भी निर्माण कर पाना मुश्किल था लेकिन वहां महिलाओं, पूर्व सैनिकों और युवाओं के जज्बे से पुननिर्माण कार्य आसानी से हो गए। उन्होंने कहा कि मुझे राजनीति नहीं आती। मेरे बस का नहीं है ,जो दिल्ली के चक्कर काटता रहूं। इसलिए मैंने आम आदमी पार्टी का दामन थामा है। आप काम करने वाली पार्टी है, जो केजरीवाल जी ने दिल्ली में भी कर के दिखाया है। उन्होंने कहा कि, मुझे माताओं और बहनों का साथ चाहिए ,क्योंकि उनकी ताकत मैं केदारनाथ में देख चुका हूं। इस दौरान कर्नल कोठियाल लैंस डाउन में गढ़वाल राइफल के सेंटर पहुंचे जहां उन्होंने सैनिकों और अधिकारियों से मुलाकात की । इस दौरान वो गढ़वाल राइफल के म्यूजियम भी पहुंचे जहां उन्होंने म्यूजियम में जाकर सैन्य वार से जुड़े और वीर सैनिकों से जुड़ी चीजों को भी देखा।

 

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