हरिद्वार पुलिस ने किया फाइनेंस कर्मी से लूट का खुलासा
थाना सिडकुल क्षेत्रांतर्गत हजाराग्रंट आसफनगर के बीच अज्ञात बदमाशों ने धनौरी पिरान कलियर निवासी राहुल कुमार को तमंचा दिखाकर डेढ़ लाख की लूट को अंजाम दिया था। जिस संबंध में थाना सिडकुल पर मुकदमा अपराध संख्या 82/2024 धारा 392 आईपीसी दर्ज कराया गया था।
इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार द्वारा घटना के सफल अनावरण हेतु अधीनस्थों को कड़े दिशा निर्देश दिए गए थे।
गठित पुलिस टीम द्वारा घटना स्थल व रास्तों पर लगे सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज, पुरानी पारंपरिक पुलिसिंग व गहन सुरागरसी पतारसी करते हुए मुखबिर की सूचना पर कल देर शाम ओसो आश्रम के पास पीर वाली गली से 02 अभियुक्तों को धर दबोचा।
जब पुलिस टीम ने बदमाशों को चारों तरफ से घेर लिया तब गिरफ्तारी से बचने के लिए बदमाशों शिवकुमार एवं गुलाम साबिर द्वारा पुलिस टीम पर फायर झोंक कर भागने का प्रयास किया गया परंतु पुलिस टीम द्वारा साहस दिखाते हुए उक्त दोनों अभियुक्तों को पकड़ा गया जिनसे मौके पर एक तमंचा 315 बोर, 01 जिंदा कारतूस, 01 खोखा कारतूस, लगभग 20000 नगद, घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल दो मोबाइल फोन बरामद हुए तत्पश्चात अभियुक्त शिवकुमार की निशांदेही पर उसकी ससुराल चौली भगवानपुर से 30000 नगद, घटना में लूटा गया बैग, फिंगर प्रिंट वाली मशीन, वादी की कंपनी की आईडी आदि बरामद हुआ।
आरोपियों शिवकुमार एवं गुलाम साबिर द्वारा पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से फायर करने पर अभियुक्तों के विरुद्ध हत्या के प्रयास का मुकदमा 85/24 धारा 307 व 3/4 आर्म्स एक्ट पंजीकृत किया गया।
इस पूरे लूट कांड का मास्टरमाइंड मुख्य अभियुक्त शिवकुमार था। जिसने बताया कि अपनी गर्भवती पत्नी के इलाज के लिए रुपयों की जरूरत होने पर अपने साथी गुलाम साबिर को बताया जिसने हजाराग्रंट के रहने वाले अपने अन्य साथी (यहां नाम बताना ठीक नहीं) को बताया तो दोनों के द्वारा शिवकुमार को बताया कि हमारे गांव हजाराग्रंट में एक फाइनेंस कर्मी द्वारा हर माह 15 तारीख़ को गांव में आकर फाइनेंस की किस्तों को वसूल कर अपने साथ काफी रुपया लेकर जाता है। जिसपर तीनों अभियुक्तों द्वारा फाइनेंसर को लूट कर पैसों की जरूरत को पूरा करने का यह खतरनाक प्लान बनाया।
अभियुक्तों द्वारा घटना करने के तुरंत बाद वादी की मोटरसाइकिल की चाबी निकालकर थोड़ी दूरी खेतों में फेंक दी ताकि इनका कोई पीछा न कर सके लेकिन तेजतर्रार हरिद्वार पुलिस ने इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
हरिद्वार पुलिस की इस कार्रवाई एवं शानदार सफलता पर सभी क्षेत्रवासियों द्वारा सिडकुल पुलिस के साथ-साथ हरिद्वार पुलिस की कार्यशैली की प्रशंसा की गई।