पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल के नेतृत्व में नए कीर्तिमान गढ़ रही हरिद्वार पुलिस,

पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल के नेतृत्व में नए कीर्तिमान गढ़ रही हरिद्वार पुलिस,

लक्सर कोतवाली पर 112 के माध्यम से जमदग्नि डिग्री कालेज लक्सर के पास संदिग्ध अवस्था मे एक पुरुष का शव पड़े होने की सूचना प्राप्त हुई। जिस पर एसपी देहात, सीओ लक्सर, प्रभारी निरीक्षक लक्सर समेत पुलिस फोर्स ने तत्काल मौके पर पहुंचकर बारिकी से घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए उच्चाधिकारियों को जानकारी दी व नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की।
प्रकरण संज्ञान में आते ही एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए समय समय पर स्वयं पूरे प्रकरण की जानकारी की जिसके सार्थक परिणाम भी सामने आए।
स्पष्ट दिशा निर्देशों पर काम कर रही पुलिस टीम द्वारा किए गए विभिन्न प्रयासों के पश्चात अज्ञात शव की पहचान अपने पिता के तौर पर करते हुए संजय पुत्र राजेन्द्र निवासी ग्राम लक्सर ने किसी अज्ञात द्वारा उसके पिता की हत्या करने के सम्बन्ध में शिकायती प्रार्थना पत्र दिया। जिस पर कोतवाली लक्सर में हत्या की धारा 302 में मुकदमा पंजीकृत किया गया।
गठित टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य संकलन करते हुए आसपास आने-जाने वाले रास्तों से डिजिटल सुराग जुटाकर मुखबिर तंत्र को एक्टिव किया तो दिन रात की मेहनत से एक संदिग्ध व्यक्ति प्रकाश में आया।
प्रकाश में आये संदिग्ध की तलाश के लिए लगातार किए गए प्रयासों के दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि उक्त व्यक्ति अपना फोन स्वीच आंफ कर घर से फरार हो गया है। जिसकी किसी को जानकारी नहीं है। टीम ने पुनः संभावित स्थालों में दबिश देना शुरु किया तो सांय उक्त संदिग्ध व्यक्ति को ग्राम नगला खिताब से रेलवे स्टेशन की तरफ जाते हुए पाया गया जिसे मौके पर ही दबोच लिया गया। पुलिस टीम को पहुंचने में थोड़ी देर और होती तो अभियुक्त गिरफ्तारी से बचने के लिए बिहार भागने में कामयाब हो जाता। टीम ने संदिग्ध की निशांदेही पर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, अभियुक्त के खून से सने कपडें, मृतक के जूते, साईकिल व कपडे की पोटली भी बरामद की।

ये थी हत्या की वजह-

पूछताछ में पता चला कि चोरी और लूट के मामलों में पहले भी जेल जा चुका अभियुक्त नशे का आदी है। इन नशा सामग्री की आपूर्ती के लिए अभियुक्त ने अपने परिचित राजेन्द्र (मृतक) के एक माह पूर्व 3000 रुपये दिये लेकिन राजेन्द्र ने न चरस दिलायी न रुपए लौटाए। रात्रि में जब मृतक कपडों की फेरी करके वापस घर लौट रहा था तो रास्ते में दोनों की इसी बात को लेकर बहस हो गयी जहां लगातार आनाकानी से नाराज अभियुक्त ने तैश में आकर खेत में लकड़ी काटने हेतु साईकिल पर रखी कुल्हाडी से मृतक के गर्दन में वार कर मृतक की मौके पर हत्या कर दी और शव को गढ्डे में ले जाकर पत्तों से ढक दिया। मौके पर पडें खून को भी पेड के पत्तो से साफ करने का प्रयास किया गया। अभियुक्त की निशांदेही पर पुलिस टीम द्वारा हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी इत्यादि भी बरामद किया गया।
बेहद कम समय में वास्तविकता को सामने लाकर हत्यारोपी को गिरफ्तार करने पर क्षेत्रिय जनता द्वारा हरिद्वार पुलिस की प्रशंसा करते हुए उम्दा कार्यशैली को सराहा हैं।

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