आईसीयू में बेड न मिलने से 12 दिन के शिशु की मौत

ऋषिकेश। ऋषिकेश एम्स में आईसीयू का बेड खाली नहीं होने की वजह से एक 12 दिन के बच्चे की मौत हो गई।
परिजनों ने एम्स की इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप भी लगाया है।
बेड खाली नहीं होने का यह पहला मामला नहीं है।
पहले भी कई बार बेड खाली नहीं होने की वजह से गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों का इलाज एम्स में नहीं हो पाया है।
जिस वजह से उन मरीजों की मौत भी हुई है।
बच्चे की मौत के बाद एम्स के द्वारा मरीजों को दी जाने वाली तमाम सुविधाओं के दावों की पोल भी खुलती हुई दिखाई दे रही है।
बच्चे की मौत का मामला मीडिया में पहुंचा तो अब एम्स प्रशासन फिर से मरीजों की बढ़ती संख्या के आगे बेड की कमी का रोना रोता हुआ दिखाई दे रहा है।
एम्स प्रशासन का दावा है कि धीरे-धीरे बेड की संख्या बढ़कर 960 पहुंच चुकी है।
जिसे और ज्यादा बढ़ाने की प्रक्रिया की जा रही है।
बता दे कि जिन उम्मीदों के साथ ऋषिकेश एम्स की स्थापना की गई थी।
उन उम्मीदों पर एम्स प्रशासन खरा उतरता दिखाई नहीं दे रहा है।
लगातार एम्स में बेड नहीं मिलने की वजह से मरीज प्राइवेट अस्पतालों में महंगे इलाज के लिए ठोकरें खाते हुए दिखाई दे रहे हैं।
बावजूद इसके एम्स की स्वास्थ सुविधाओं को बेहतर करने के प्रति राज्य सरकार का कोई भी मंत्री अपनी चुप्पी नही तोड़ रहा है।