कन्ट्रोल रुम कि स्थपना
लालकुआ के तराई पूर्वी डोली रेंज के जंगलों को आग से बचाने के लिए लालकुआ स्थित डौली रेंज कार्यालय में सब मास्टर कंट्रोल रूम को स्थापित किया है
जिसमें आग लगने पर त्वरित कार्यवाही अमल में लाई जाएगी साथ ही वन क्षेत्र में आग लगने की घटना से लेकर आग बुझाने तक की जानकारी मिल सकेगी।
वही कन्ट्रोल रूम में 24 घटें वनकर्मी तैनाती कि गई है जो पल पल कि रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजेते है।
इस मौके पर डौली रेंज के वन क्षेत्राधिकारी अनिल जोशी ने कहा कि डोली रेंज के जंगलों को आग से बचाने के लिए वन विभाग सतर्क है
जिसको लेकर हर बीट में वन दरोगा अपनी नजर बनाए हुए हैं
वही लालकुआ के डौली रेंज कार्यालय में एक सब मास्टर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जो जंगलों में होने वाली आग कि हर एक घटना पर नजर बनाए हुए हैं
उन्होंने कहा कि रेंज कि हर बीट में तैनात फायर वाचरों को भी कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है उन्होंने कहा कि 5 फरवरी से लेकर 15 जून तक आग लगने का सीजन का होता है
लेकिन अप्रैल और मई में जंगल सबसे अधिक धधकते हैं वनों को आग से बचाने के लिए वन विभाग ने हर रेंज में कन्ट्रोल रूम बनाए है तथा कन्ट्रोल के हर वन कर्मी को नम्बर दिये गये है
जो उन नंबरों पर आग लगने से लेकर आग से हुए नुकसान तथा आग बुझाई गई या नहीं इसकी जानकारी वनकर्मी सब मस्टर कन्ट्रोल रूम को देगें।
उन्होंने कहा कि आरक्षित वन क्षेत्र में माचिस एवं ज्वलंत ज्वलंत वस्तु ले जाना पूरी तरह प्रतिबंध है
अगर कोई व्यक्ति आरक्षित वन क्षेत्र में आग लगाता पाया जाता है तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि उनके द्वारा समय समय पर जन जागरूकता अभियान चलाया जाता है और लोगों को वन अग्नि रोकने के लिए जागरूक भी किया जाता है।
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