पवित्र छड़ी यात्रा पूरे उत्तराखंड के मठ मंदिर,चारधाम यात्रा के दर्शन के लिए हुई रवाना,पहाड़ों पर पलायन,शिक्षा, चिकित्सा, स्वास्थ्य, सीमाओ पर घुसपैठ पर रोक लगे यहीं यात्रा का रहता है उद्देश्य हरिद्वार
श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े की पहल पर पौराणिक छड़ी यात्रा नगर भर्मण के बाद उत्तराखंड चारधाम यात्रा मठ मंदिरों के दर्शन के लिए आज रवाना हो गयी हैं इस छड़ी यात्रा को इसलिए प्रारंभ किया जाता है जिससे धर्म का प्रचार प्रसार हो सके इसलिए जूना पंचदशनाम अखाड़े के साधु संत चार धाम यात्रा और मठ मंदिर पहाड़ों पर हो रहा पलायन सीमाओं पर हो रही घुसपैठ पर रोक लग सके इसको लेकर यह छड़ी यात्रा निकाली जाती है। इस बार छड़ी यात्रा रवाना होने से पहले संत समाज के द्वारा गंगा सफाई भी किया गया।
माया देवी मंदिर से शुरू हुई ये छड़ी यात्रा आज 25 दिनों के लिए हरिद्वार से रवाना हो गयी है। उत्तराखंड के चारो धाम पौराणिक स्थलों, मठ मंदिरों का भ्रमण कर पुनः हरिद्वार पहुँचेगी, जूना अखाड़े के प्रमुख और अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरिगिरि महाराज, जूना अखाड़े के अंतराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरी महाराज, अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता नारायण गिरी समेत कई वरिष्ठ साधु संत मौजूद रहे।
जूना अखाड़े के प्रमुख और अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरिगिरि का कहना है कि सनातन धर्म की रक्षा सनातन धर्म को मजबूती प्रदान करने के लिए ही इस यात्रा को जूना अखाड़े द्वारा फिर से शुरू किया गया है हरी गिरी महाराज का कहना है कि इस छड़ी यात्रा को शुरू करने का हमारा उद्देश्य यहीं रहता है कि पहाड़ो पर हो रहा पलायन रुक सके और अलग अलग पड़ोसी देशों से लगी सीमाओँ में किसी भी तरह की घुसपैठ न हो सके पहाड़ो पर अच्छी शिक्षा चिकित्सा लोगों को मिल सके चारों धामों के साथ साथ मठ मंदिरों का प्रचार प्रसार अच्छे से हो सके यहीं छड़ी यात्रा का उद्देश्य रहता है।